अनीस अहमद सम्पादक एन 20 न्यूज़
मेरठ।जम्मू कश्मीर के पुंछ में नियंत्रण रेखा के समीप बारूदी सुरंग विस्फोट में शहीद हुए अग्निवीर ललित कुमार के पार्थिव शरीर के देर शाम तक गांव न पहुंचने पर अपने लाल के अंतिम दर्शन के लिए मां व पिता की आंखें दिन भर तरसती रही। शहीद ललित कुमार के परिवार को सांत्वना देने ग्रामीणों व क्षेत्र वासियों का दिन भर जमावड़ा लगा रहा। जानकारी के अनुसार पस्तरा के उन्नीस वर्षीय अग्निवीर ललित कुमार गुरुवार की दोपहर उस समय शहीद हो गए जब वह साथियों के साथ नियंत्रण रेखा के करीब कृष्णा घाटी में बारूदी विस्फोट के दौरान गंभीर रूप से घायल हो गए थे। शहीद अग्निवीर ललित कुमार अपने पीछे पिता राजपाल,माता सरोज देवी,दो बड़े भाई कुलदीप,नितिन के अलावा इकलौती बहन काजल को रोते बिलखते छोड़ गए। आज दिन भर गांव ही नहीं क्षेत्र के अनेक ग्रामीण,परिवार व रिश्तेदार पस्तरा पहुंचे और परिवार को ढाढस बंधाया। आज दिन भर अपने लाल शहीद ललित कुमार के अंतिम दर्शन को मां सरोज देवी व पिता राजपाल दरवाजे की और टकटकी लगाए देखते रहे लेकिन उनका लाल शहीद ललित देर शाम तक गांव नहीं पहुंच पाया था।शहीद ललित कुमार के बड़े भाई कुलदीप व नितिन के आंखों से आंसू रुकने का नाम नहीं ले रहे।कुलदीप व नितिन कभी अपने आपको संभालते तो कभी अपनी इकलौती बहन काजल को संभालते।यह दृश्य देख वहां उपस्थित लोगों की आंखें बार बार नमः होती दिखाई दी।पारिवारिक सूत्रों ने बताया कि शहीद ललित कुमार का पार्थिव शरीर या तो देर शाम तक पहुंचेगा नहीं तो रविवार को पहुंचने पर ही शहीद का अंतिम संस्कार किया जाएगा

शोकाकुल शहीद परिवार की छत्तीस घंटे में भी जिला प्रशासन ने नहीं की कोई सुध पस्तरा गांव के ग्रामीणों ने संवेदन हीन जिला प्रशासन की तीखी निंदा
मेरठ: पस्तरा गांव के अग्निवीर ललित कुमार के जम्मू कश्मीर के पुंछ में बारूदी सुरंग विस्फोट में शहीद हो गया था।घटना की जानकारी होने के छत्तीस घंटे बाद भी जिला प्रशासन से कोई भी अधिकारी के परिवार को सांत्वना देने पहुंचा। जिला प्रशासन से किसी भी अधिकारी के नहीं पहुंचने पर शोकाकुल परिवार को ढाढस बंधाने पहुंचे ग्रामीणों ने जिला प्रशासन की कड़ी निंदा की है।ग्रामीणों ने कहा कि कोई भी जिला प्रशासन इतना लापरवाह कैसे हो सकता है।देश पर जान न्यौछावर करने वाले परिवार को कोई भी अधिकारी सांत्वना देने न पहुंचे।यह निंदा करने योग्य है। वही थाना प्रभारी महेश कुमार राठौर मय फोर्स के जरूर परिवार से मिलने व ढाढस बंधाने पहुंचे थे।
शहीद ललित का पैत्रक गांव में राजकीय सैन्य सम्मान के साथ हुआ अंतिम संस्कार
शहीद ललित की अंतिम यात्रा में उमड़ा जनसैलाब शहीद को श्रद्धांजलि देने के लिए राजनैतिक हस्तियों के अलावा क्षेत्र के गांवों से ग्रामीणों की रही भारी भीड़शहीद के परिवार के साथ गांव के घर घर का बच्चा बच्चा दिखाई शौक संतप्त

शहीद ललित को सभी राजनैतिक व संभ्रांत लोगों ने दी अंतिम विदाई
मेरठ/ जानी खुर्द: जम्मू कश्मीर के पुंछ जिले में शहीद हुए पस्तरा के अग्निवीर ललित को अंतिम विदाई देने वालों जमावड़ा लगा रहा।अंतिम विदाई देने वालों में सांसद राजकुमार सांगवान,पूर्व सांसद सत्यपाल मलिक,डीएम वीके सिंह,एसएसपी विपिन टांडा,सीओ सरधना संजय जायसवाल,जिला पंचायत अध्यक्ष गौरव कुसेड़ी,जिला अध्यक्ष शिव कुमार राणा,विधायक गुलाम मोहम्मद,पूर्व विधायक जितेंद्र सतवाई,पूर्व प्रत्याशी मनिंदर पाल सिंह,पूर्व प्रत्याशी सपा नेता नदीम चौहान,पूर्व विधायक योगेश वर्मा,चेयरमैन गुलजार अहमद,रालोद नेता सुनील रोहता,योगेन्द्र कुसैंडी,मुनेश बाफर,रणवीर दहिया,प्रधान वेदपाल फौजी, एसडीएम दीक्षा जोशी,नायब तहसीलदार गौरव कुमार,भाजपा नेता अनवर कुरैशी,आदित्य चौधरी,थाना प्रभारी निरीक्षक महेश राठौर आदि ने अपनी श्रद्धांजलि अर्पित की।

शहीद ललित के नाम पर सड़क व गांव में बनेगा प्रवेश द्वार,सांसद राजकुमार सांगवान
मेरठ/ जानी खुर्द: पस्तरा गांव में शहीद ललित कुमार के अंतिम संस्कार में शामिल हुए बागपत लोकसभा से सांसद राजकुमार सांगवान शहीद ललित कुमार को अंतिम विदाई देने के बाद शहीद ललित के पिता राजपाल सिंह से मिले और अपनी संवेदना व्यक्त की।सांसद राजकुमार सांगवान ने पिता राजपाल सिंह से वायदा किया कि शहीद ललित के नाम पर गांव की सड़क का नामांकरण किया जाएगा।इतना ही नहीं गांव के प्रवेश पर एक द्वार शहीद ललित के नाम पर बनवाने की भी घोषणा की ।सांसद राजकुमार सांगवान ने कहा कि शहीद ललित कुमार के परिवार को केंद्र की योजनाओं में भी मदद दी जायेगी।



