मेरठ संवाददाता एन 20 न्यूज़
मेरठ।भारतीय किसान यूनियन (भाकियू) ने सरधना तहसील में किसानों की समस्याओं को लेकर आर-पार के संघर्ष का ऐलान किया है। ग्राम सुरानी में आयोजित एक समीक्षा किसान पंचायत में, तहसील अध्यक्ष देशपाल हुड्डा की अध्यक्षता और जिलाध्यक्ष अनुराग चौधरी के नेतृत्व में, 40 से अधिक ग्रामों के किसान अध्यक्षों ने अपनी पीड़ा साझा की।किसानों ने बिजली की किल्लत, सिंचाई संबंधी परेशानियां, गन्ने के बकाया भुगतान में देरी, सरकारी विभागों में अवैध वसूली और तहसील स्तर पर फैले भ्रष्टाचार को प्रमुख समस्याओं के रूप में सामने रखा। इसके अलावा, थानों की तानाशाही और पटवारियों द्वारा की जा रही अवैध वसूली ने भी किसानों को परेशान कर रखा है। खाद की कमी भी एक बड़ी समस्या बनकर उभरी है। इस अवसर पर जिलाध्यक्ष अनुराग चौधरी ने सभी ग्राम अध्यक्षों से संगठन के विस्तार पर जोर देते हुए दो हजार सक्रिय कार्यकर्ता बनाने का लक्ष्य निर्धारित किया। उन्होंने किसानों से आह्वान किया कि वे अपनी सभी समस्याओं के समाधान के लिए एकजुट होकर आर-पार का संघर्ष करें। पंचायत में यह भी निर्णय लिया गया कि नौ जुलाई को भाकियू के जिम्मेदार पदाधिकारी किसान समस्याओं के संबंध में मंडलायुक्त मेरठ को एक ज्ञापन सौंपेंगे। अनुराग चौधरी ने स्पष्ट किया कि आगामी समय में भी किसान अपनी मांगों को लेकर लगातार संघर्ष करेंगे और सभी से आपसी मतभेद भुलाकर एकजुट रहने की अपील की।इस दौरान विनेश प्रधान ने कार्यकर्ताओं से जिलाध्यक्ष अनुराग चौधरी के नेतृत्व में हर किसान समस्या पर एकजुट होने की अपील की। विनोद सुरानी ने एकजुटता बनाने का आह्वान किया, जबकि देशपाल हुड्डा ने संगठन की सदस्यता बढ़ाने पर जोर दिया। अंकित दांगी ने युवाओं से एकजुटता बनाए रखने की अपील की। इस बैठक में जिलाध्यक्ष अनुराग चौधरी के साथ रविकरण, कविंदर मास्टर, विनेश प्रधान, विनोद, वीरेंद्र, कृष्णपाल, अंकित, आकाश, वीर सिंह, जुनैद, अजय चेयरमैन, बंटू, ओमपाल, सचिन, आकाश सहित बड़ी संख्या में किसान नेता और कार्यकर्ता मौजूद रहे।

