अनीस अहमद संवाददाता एन 20 न्यूज़
मेरठ।: जम्मू कश्मीर के पुंछ में लैंड माइन पर पैर पड़ने पर मेरठ के जानी थाना क्षेत्र के पस्तरा गांव के उन्नीस वर्षीय अग्निवीर का जवान ललित शहीद हो गया।शहीद की खबर जैसे ही गांव व क्षेत्र में पहुंची तो परिवार व गांव में शोक व मातम पसर गया। शहीद ललित का शव शनिवार को गांव पहुंचने पर अंतिम संस्कार किया जाएगा। मेरठ जनपद के जानी थाना क्षेत्र के पस्तरा गांव निवासी राजपाल पुत्र कालू के तीन पुत्रों कुलदीप,नितिन व ललित है ललित व बहन काजल में ललित सबसे छोटा था। उन्नीस वर्षीय ललित ने जानी के सीएलएम इंटर कालेज से इंटर करने के बाद बीए की पढ़ाई के दौरान 2023 में रायबरेली जाट रेजीमेंट से अग्निवीर। में भारती हुआ था।ललित अभी पच्चीस दिन की छुट्टी काटकर नौ जुलाई को ही ड्यूटी पर लौटा था।ललित जम्मू कश्मीर के पुंछ में जाट रेजिमेंट में था ।आज दोपहर करीब पौने तीन बजे ललित के सबसे बड़े भाई कुलदीप के फोन पर जम्मू कश्मीर के पुंछ से एक फोन आया और ललित के ड्यूटी के दौरान घायल होने की जानकारी मिली। ललित के घायल होने की सूचना पर परिवार अभी कुछ समझ भी नहीं पाया था कि जम्मू कश्मीर से ललित के शहीद होने की जानकारी मिली।अग्निवीर ललित के शहीद होने की जानकारी जैसे ही पूरे गांव व परिवार को मिली वहां मातम पसर गया। शहीद ललित के परिवार को सांत्वना देने वालों का तांता लग गया। बेटे ललित के शहीद होने पर ललित के बड़े भाई कुलदीप ने गमगीन माहौल में बताया कि भाई ललित का ड्यूटी के दौरान पैर लैंड माइन पर पैर पड़ने के कारण घायल होने जानकारी मिली है।इसके बाद इलाज के दौरान ललित शहीद हो गया।ललित के शहीद होने पर परिवार को गर्व है और हमारा भाई देश के लिए शहीद हुआ है। पारिवारिक सूत्रों ने बताया कि शहीद अग्निवीर ललित का पार्थिव शरीर शनिवार को गांव पहुंचने की उन्हें जानकारी मिली है। ललित का पार्थिव शरीर गांव पहुंचने पर पूरे सैनिक सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया जाएगा। ललित के शहीद होने पर मां बहन का रोरो कर बुरा हाल पस्तरा के अग्निवीर ललित के शहीद होने की जानकारी जैसे ही मां सरोज व तीन भाइयों की इकलौती बहन काजल का रोरोकर बुरा हाल है। वहीं साठ वर्षीय पिता राजपाल जिसने महनत मजदूरी करके ललित को पढ़ा लिखा कर देश की सेवा में भेजा था गुमसुम घर पर सांत्वना देने वाले प्रत्येक व्यक्ति को सुनी निगाहों से निहार रहा है।

